1. बीजापुर
2.अहमदनगर
3.बरार
4.गोलकुंडा
5.बीदर
बहमनी वंश के प्रमुख शासक
1.अलाउद्दीन हसन बहमन
2.मोहम्मद साहब प्रथम
3.अलादीन मुजाहिद सा
4.दाऊद प्रथम
5.मोहम्मद शाह द्वितीय
6.ताजुद्दीन फिरोज
7.साहब उद्दीन अहमद प्रथम
8.अलादीन अहमद द्वितीय
9.सुल्तान शमसुद्दीन मुहम्मद तृतीय
10. कलीम उल्लाह
बहमनी राज्य की मंत्री परिषद :- बहमनी राज्य की शासन व्यवस्था बहुत ही सुव्यवस्थित थी इसमें बदलाव मोहम्मद शाह प्रथम के शासनकाल में शुरू हुए इस दौरान इन्होंने कई विभाग बनाए एवं सुव्यवस्थित मंत्री परिषद बनाई जिनमें प्रत्येक मंत्री का अपना एक अलग कार्य निर्धारित किया गया था-
1. वकील -ए - सल्तनत :- यह एक उच्चतम पद होता था जो कि दिल्ली के मालिक नायब के समान होता था ।
2. वकील - ए - कुल :- इस पद का व्यक्ति सभी मंत्रियों के कार्य एवं व्यवस्था का निरीक्षण करता था जिसमें वकील शामिल नहीं था ।
3.वजीर - ए - अशरफ :- इसका कार्य विदेश से जुड़ा हुआ होता था जिसमें विदेश नीति एवं दरबार संबंधी सभी कार्यों का निष्पादन वजीर ए अशरफ के द्वारा किया जाता था।
4. पेशवा :- इसका मुख्य कार्य वकील ए सल्तनत के कार्यों में सहायता प्रदान करना होता था अर्थात यह वकील ए सल्तनत का सहायक के रूप में कार्य करता था ।
5.अमीर ए जुमला :- यह अर्थ विभाग का मुख्य अध्यक्ष होता था जो कि पूरे अर्थ विभाग की व्यवस्था को संभालता था
6.नाजिर :- यह अमीर ए जुमला के के आधीन अर्थ विभाग से संबंधित होता था ।
7. सद्रे-ऐ -जहां :- यह धर्म दान एवं न्याय विभाग का अध्यक्ष होता था और इसका मुख्य कारण इन विभागों को नियंत्रित करने का होता था।
8. सर -ए- नौबत :- यह सुरक्षा विभाग का प्रमुख अधिकारी होता था जिसके अंतर्गत सुल्तान महल तथा दरबार की सुरक्षा के लिए सैनिक दलों का नियंत्रण करता था।
9.साख- ए -खेल :- यह उन अंगरक्षक सैनिकों कादल होता था जो सुल्तान के महल एवं दरबार की सुरक्षा का दायित्व निभाते थे।
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