Type Here to Get Search Results !

भारत आने वाली सबसे पहली यूरोपीय व्यापारिक कंपनी कौन सी थी? Bharat ane wali pahli europiye vyaparic company।

भारत आने वाली यूरोपीय व्यापारिक कंपनियों  में सबसे पहले जो भारत आई थी वह थी पुर्तगाली व्यापारिक कंपनी अर्थात इसे पुर्तगालियों द्वारा स्थापित किया गया था पुर्तगालियों को भारत आने का क्रम वास्कोडिगामा के साथ शुरू होता है। वास्कोडिगामा जो कि एक समुद्री डाकू था, वह एक पुर्तगाली था और मई 1498 में वह पहली बार समुद्री मार्ग से भारत के कालीकट तट पहुंचा जहां वास्कोडिगामा की मुलाकात जमोरिन से हुई जमोरिन कालीकट के तत्कालीन शासक की उपाधि हुआ करती थी। जमोरिन ने वास्कोडिगामा का मित्र भाव से स्वागत किया और उसे अपने राज्य में रहने दिया कालीकट में रहकर वास्कोडिगामा ने भारत के व्यापार को समझना शुरू कर दिया समझने के साथ-साथ वास्कोडिगामा ने यहां पर व्यापार करना भी शुरू कर दिया। इसने भारत में मुख्य रूप से मसालों गहनों एवं सोने का व्यापार किया, जिसमें वास्कोडिगामा ने अपने आने-जाने के खर्च का लगभग 60 फ़ीसदी अधिक मुनाफा कमाया और इसके बाद वास्कोडिगामा वापस पुर्तगाल लौट गया दूसरी बार फिर वास्कोडिगामा सन 1502 में वापस भारत आया इस बार पुर्तगाल से एक वायसराय फ्रांसिस्को द अलमेडा पहला पुर्तगाली वायसराय के रूप में आया जो कि सन 1905 में आया था यह भारत में पुर्तगाली वायसराय के रूप में कार्यभार संभालने लगा। पुर्तगालियों ने अपनी पहली व्यापारिक कोठी कोचीन में खोली।   इसके साथ ही पुर्तगालीयों ने धीरे-धीरे भारत में अपनी बस्तियां बसाना शुरू कर दिया और उन्होंने अपनी पहली बस्ती  भारत के दक्षिणी पूर्वी तट पर बसाई , जिसका नाम सन थोमे था।
  दूसरा पुर्तगाली वायसराय  अल्फासो द अल्बूकर्क 1909 में  भारत आया अल्फासो द अल्बूकर्क ने ही 1510 ईसवी में गोवा पर आक्रमण कर दिया और बीजापुर के युसूफ आदिलशाह से गोवा को जीत लिया। 



Post a Comment

0 Comments