दीवान ए रियासत - इसके अंतर्गत बाजार नियंत्रण की पूरी व्यवस्था होती थी जिसमें यह व्यापारियों पर नियंत्रण रखता था।
परवाना नवीस- यह अधिकारी वस्तुओं का परमिट जारी किया करते थे।
बरीद- यह वह पद होता था जो बाजार के अंदर घूम कर बाजार का निरीक्षण करता था।
सराय ए अदल- यह शहना ए मंडी के अंतर्गत ही आता था और इस स्थान में वस्त्र, जड़ी बूटी, शक्कर, दीपक का तेल मेवा एवं अन्य निर्मित वस्तुएं बेचने के लिए लायी जाती थी।
शहना ए मंडी- इस स्थान पर खाद्यान्नों को बिक्री के लिए लाया जाता था यहां पर प्रत्येक बाजार में बाजार का एक अधीक्षक होता था।
मुन हियान गुप्तचर- इस पद पर अधीन अधिकारी गुप्त सूचनाओं को प्राप्त करने का काम करता था।
मुहतसिब एवं नाजिर - इसके अधिकारी बाजार में मूल्य नियंत्रण करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते थे।
खिलजी शासन व्यवस्था में 2 नवीन कर जोड़े गए थे
1 चराई कर - यह दुधारू पशुओं पर लगाए जाने वाला कर था।
2. गढी कर - यह कर घरों एवं झोपड़ियों पर लगाया जाता था
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