नादिया ने केवल 17 वर्ष की उम्र में ही पारले एग्रो कंपनी ज्वाइन कर ली थी और अपनी मेहनत लगन और सूझबूझ से त्रुटि को 8000/- करोड़ का ब्रांड बनाया।
नदिया ने सिर्फ 17 वर्ष की उम्र में परले एग्रो कंपनी ज्वाइन कर फ्रूटी को 300 करोड़ के ब्रांड से 8000 करोड़ का ब्रांड बना दिया।
नादिया ने कब ज्वाइन की थी कंपनी ?
नदिया ने सिर्फ 17 वर्ष की उम्र में ही भारत की जानी-मानी एवं सबसे बड़ी एफएमसीजी कंपनियों में से एक परले एग्रो को ज्वाइन किया था नादिया बचपन से ही कारोबार को समझते आ रही थी अतः उन्हें इसका अच्छा खासा ज्ञान था।
कंपनी को ज्वाइन करने के बाद नादिया ने कंपनी को बड़ा करने के लिए अपने पापा का साथ दिया और अपनी नई स्ट्रेटजी के साथ प्रोडक्ट को बढ़ाने की जिम्मेदारियों को उठाया। नादिया ने फ्रूटी के 300 करोड रुपए के ब्रांड को 8000 करोड़ रुपए का ब्रांड बना दिया। नदिया ने फ्रूटी पर कंपनी की निर्भरता कम कर दी जिसका कंपनी के रेवेन्यू में 95% योगदान था नदिया ने प्रतिष्ठित पैकेट वाटर ब्रांड बेलिस का प्रचार किया जो अब 1000 करोड़ से भी अधिक का बिजनेस बन चुका है। नादिया चौहान और उनके पिता कि समाज सूज भुज और कठिन परिश्रम से बिजनेस धीरे-धीरे आगे बढ़ता गया और पार्ले एग्रो समूह ने अपना कारोबार 5000 करोड़ कर लिया जोकि दोगुना हो गया।
साल 2005 में नदिया ने बड़ा और महत्वपूर्ण फैसला लेते हुए हैप्पी फ्रिज को लांच किया जो बिजनेस को बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम था एप्पल फ्रिज एप्पल जूस की श्रेणी में पहला और अनोखा प्रोडक्ट साबित हुआ जिसने पारंपरिक कार्बोनेट पर पदार्थों के लिए एक अनूठा और नया विकल्प पेश कर बाजार में हलचल मचा दी जिससे इसकी एक नई श्रेणी बन गई। नादिया ने व्यापार को बढ़ाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में भी प्रवेश किया पार्ले एग्रो प्रोडक्ट को विश्व में लोगों तक पहुंचाने का प्रयास किया नतीजतन आज फ्रूटी और एप्पी विश्व के विभिन्न देशों में मौजूद हैं जिसके चलते पार्ले एग्रो अंतर्राष्ट्रीय उद्योग में एक प्रमुख खिलाड़ी बन गया है
नदिया चौहान पारले एग्रो कंपनी की की मार्केटिंग ऑफिसर और ज्वाइंट मैनेजिंग डायरेक्टर है।
नोट - यह जानकारी अलग-अलग सोर्सेस से ली गई है।
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